हरिद्वार। इलेक्टि्रक वाहन हादसे में मृतक रेंजर समेत चारों कर्मचारियों का हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में वन विभाग के अधिकारी, परिजन और क्षेत्रवासी कर्मचारियों को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे। मंगलवार को देहरादून से टेक्निकल एक्सपर्ट फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। टीम ने सैंपल कलेक्ट करने के साथ-साथ हादसे का मैप भी तैयार किया। चीला मार्ग पर हुई दुर्घटना की जांच प्रमुख वन संरक्षक को दी गई है। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने इस संबंध में भुवनेश्वर से फोन पर प्रमुख वन संरक्षक को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
गत दिवस सोमवार को ट्रायल के लिए वाहन में वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी, वन क्षेत्राधिकारी शैलेश घिल्डियाल, उपवन क्षेत्राधिकारी प्रमोद ध्यानी, चिकित्सक राकेश नौटियाल के अलावा कुलराज सिंह, हिमांशु गोसाई, सैफ अली खान, अंकुश, अमित सेमवाल व अश्विन बीजू सवार थे। वाहन चीला से ऋषिकेश की ओर जा रहा था। चीला विद्युत गृह से कुछ आगे अचानक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराया और बाद में चीला शक्ति नहर के पैराफिट से जा टकराया। मौके पर पहुंची पुलिस व वन विभाग के कर्मचारियों ने घायलों को खाई से निकाल कर उपचार के लिए एम्स पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने शैलेश घिल्डियाल (रेंज अधिकारी), प्रमोद ध्यानी (डिप्टी रेंजर), सैफ अली खान पुत्र खलील उल रहमान, कुलराज सिंह को मृत घोषित कर दिया।