फरीदाबाद। जूनियर रेड क्रॉस, स्काउट्स गाइड्स और सैंट जॉन एम्बुलैंस ब्रिगेड द्वारा प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में पर्यावरण संरक्षण तथा से नो टू प्लास्टिक अभियान चलाया गया। इस अभियान को जेआरसी एवम एसजेएबी सदस्यों और एन एच पी सी के अधिकारियों तथा सुप्रसिद्ध मोटीवेटर राकेश कुमार के सहयोग से चलाया गया। इस अवसर पर विद्यालय की जूनियर रेड क्रॉस और सैंट जॉन एम्बुलैंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचन्दा ने बच्चों से कहा कि नियमित जीवन में हम कितना अधिक प्लास्टिक का उपयोग करते हैं सुबह आफिस जाने के लिए लंच पैकिंग के लिए प्लास्टिक टिफ़िन या पॉलीबैग, बाजार से शॉपिंग करते समय पॉलीथीन में समान लाना, सब्जियां पॉलीथीन बैग्स में लाना, दूध, ब्रेड, आटा, पैक्ड फूड और खाने का तमाम सामान तक भी पोली बैग्स पैकिंग में ही उपयोग में होता और लाया जाता है। विवाह और ऐसे ही आयोजनों में यूज़ एंड थ्रो वाला प्लास्टिक मटेरिअल जैसे प्लास्टिक गिलास, चमच्च, प्लेट, कप आदि कितना ही डिस्पोजेबल प्लास्टिक के समान का विलासितापूर्ण प्रयोग किया जाता है विडंबना यह है कि प्लास्टिक उपयोग कितना भी कर लो और कूड़े में डाल दो। फिर यदि पर्यावरण प्रदूषित हो या आप फरीदाबाद जैसे विश्व के सब से प्रदूषित शहर में रहो क्या फर्क पड़ने वाला है। प्लास्टिक के प्रयोग के बाद प्लास्टिक के वेस्ट यानी कूड़े का उचित प्रबंधन ही हमे विश्व के सब से प्रदूषित शहर में रहने के धब्बे से बचा सकता है प्रयोग में लाने के बाद प्लास्टिक को उचित प्रकार से कूड़ा प्रबंधन के माध्यम से पर्यावरण हितेषी बनाने की पहल करने की आवश्यकता है। अन्यथा पॉलिथीन और प्लास्टिक के डिस्पोजेबल बर्तनों का बहिष्कार करने का समय आ गया है। इसी विषय पर जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड सदस्य बच्चों ने नुक्कड़ नाटक द्वारा बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक कितना हानिकारक है। छात्रा मोनिका सेठी, गुंजन, आरती, सविता और अन्य छात्रों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सिंगल यूज प्लास्टिक का बहिष्कार करने का आह्वान किया। प्राचार्य रविंदर कुमार मनचन्दा, एन एच पी सी के वरिष्ठ अधिकारी अनिरुद्ध सिंह, प्रख्यात साहित्यकार और मोटीवेटर राकेश कुमार, अजय कुमार सहित सभी अध्यापकों और बच्चों ने सभी को से नो टू प्लास्टिक द्वारा पर्यावरण संरक्षण अभियान से जुड़ कर प्रदूषण मुक्त फरीदाबाद बनाने का आह्वान किया तथा सभी से आग्रह किया कि वे एक पौधा लगा कर उसे वृक्ष बनने तक उस का संरक्षण करें।