डोईवाला । उत्तराखंड राज्य गठन के बाद से जिस तरह से जमीनों के रेट लगातार बढ़ते गए और अन्य प्रदेशों से आने वाले लोग यहां पर अपने आशियाने बनाने के लिए जमीन तलाशने में लागे रहे, अब आलम यह है कि जमीनों के रेट में हताशा वृद्धि होने के चलते बाग बगीचों को काटकर प्रदेश में बड़े स्तर पर जमीन की खरीद फरोख्त चल रही है, लगातार हर रोज हरे-भरे बाग बगीचों को काटा जा रहा है मामला रानी पोखरी के नागोघेर का है जहां भू – माफियाओ द्वारा आम के हरे पेड़ों को काटा गया है हालांकि बताया गया है की उद्यान विभाग से परमिशन लेने के बाद 10 आम के हरे पेड़ों को काटा गया है। सवालिया निशान यही उठता है कि आखिर हरे भरे पेड़ों की परमिशन किस आधार पर दी जा रही है एक और देश भर में एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम जोरों शोरों से चला और प्रदेश में भी हरेला पर्व मनाते हुए मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री विधायको व भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आम जनता ने तमाम पौधे लगा कर सरकार की पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन की मुहिम को आगे बढ़ाया पर अब सवाल यही खड़े होते हैं कि जिस तरह से लगातार हरे भरे पेड़ों को काटकर बाग बगीचो को खत्म किया जा रहा है तो सरकार की पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन की मुहिम कहां तक कारगर होगी ।