देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने तमाम राज्य निर्माण आंदोलनकारियों से 10% क्षैतिज आरक्षण लागू किए जाने, वंचित आंदोलनकारियों को चिन्हित किए जाने ,गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाए जाने जैसे कई सवालों को लेकर कल नो दिसंबर को देहरादून में विधानसभा चलो का आवाहन किया है।
चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप आज राज्य आंदोलनकारियों की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर क्रांति कुकरेती द्वारा 10% से अधिक आरक्षण को लेकर 10 दिसंबर को आत्मदाह की घोषणा को एक कठोर फैसला बताते हुए कहा है पिछले 5 सालों में जिस तरह से राज्यपाल ने 10% आरक्षण पर मोहर लगाने में देरी की है, उसी का परिणाम है आज आंदोलनकारियों का सब्र का बांध टूट गया है और अंततः क्रांति कुकरेती को आज अपने प्राणों की आहुति देने का ऐलान करना पड़ा है।
इस मौके पर समिति के केंद्रीय संरक्षक व पूर्व विधायक शुरवीर सिंह सजवान, पूर्व राज्य मंत्री मनीष कुमार और नवीन जोशी ,समिति के महिला शाखा की अध्यक्ष श्रीमती सावित्री नेगी केंद्रीय अध्यक्ष हरि कृष्ण भट्ट सचिव नरेंद्र सिंह सोठियाल ने राज्य सरकार पर आंदोलनकारियों से भेदभाव का आरोप लगाया और क्रांति कुकरेती का जीवन बचाने हेतु समस्त जरूरी कदम उठाए जाने की मांग की।