संजय अग्रवाल
डोईवाला. 13 अप्रैल सन 1919 को अंग्रेज सरकार के खिलाफ लोग जलियांवाला बाग में इकट्ठा हुए थे जिन पर अंग्रेज सरकार के गवर्नर जनरल डायर ने गोली चलाने का आदेश देकर हजारों लोगों का नरसंहार कर दिया था उस समय उधम सिंह भी वहा मौजूद थे और उसने पूरा मंजर अपनी आंखों से देखा और उसी दिन प्रण किया कि मैं इस खूनी दरिंदे जनरल डायर को जिंदा नहीं छोडूंगा और यह शपथ लेकर उसने 21 साल तक जगह जगह कई देशों मैं अपनी पहचान छुपाकर नाम बदलकर वह लंदन पहुंचे जहां पर मौका देख कर उन्होंने उसे 23 मार्च 1940 को दो गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया और वहां से भागे नहीं बल्कि खुद को गिरफ्तार करवाया और 31 जुलाई 1940 को आज ही के दिन 83 साल पहले उधम सिंह जी को अंग्रेज सरकार ने लंदन में फांसी की सजा दे दी थी। शहीद शिरोमणि उधम सिंह जी के “शहीद दिवस” पर शहीद स्मारक बुल्लावाला में शहीद को पुष्प माला चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई जिसमें क्षेत्र के सभी सम्मानित लोगों ने अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की । भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री राजेंद्र तड़ियाल ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि आजकल के युवाओं को शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने लक्ष्य को पूरा करना चाहिए , जिस प्रकार से शहीद उधम सिंह कांबोज ने 21साल बाद जरनल डायर को मारकर अपनी कसम पूरी की, शहीदों के बताएं मार्ग पर ही चलकर हम उनके सपनों को साकार कर सकते हैं, कार्यक्रम आयोजक मनोज कांबोज के संचालन में चले कार्यक्रम में इस मौके पर अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह , विजय कुमार ,श्याम सिंह ,अवतार सिंह, सुंदर लोधी, संजीव लोधी ,जनरेल सिंह, चंद्रप्रकाश पाल, मुकेश कुमार, देव पाल कांबोज ,कुसुम शर्मा, अजय सक्सेना, ताहिर हसन, अनवेश कुमार ,नीरज शर्मा, इस्लाम अहमद, सुभाष पैंगवाल, आदि काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।