देहरादून। डिफेंस की शराब समझकर पीने वाले सावधान हो जाये। डिफेंस के नाम का फर्जी स्टीकर लगाकर चण्डीगढ शराब की तस्करी करने वाले गिरोह का दून पुलिस ने पर्दाफाश किया हैं। रायपुर पुलिस ने गिरोह के 03 सदस्यों को आज गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस का कहना हैं की आरोपियों ने एकता एन्क्लेव पित्थुवाला में अवैध शराब का गोदाम बना रखा था। पुलिस ने तस्करों की निशादेही पर शराब की बडी खेप (विभिन्न ब्रान्ड की 28 पेटी) बरामद की हैं।
पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देश पर वर्तमान में जनपद में मादक पदार्थों की तस्करी एवं बिक्री तथा नशे पर रोकथाम लगाये जाने के लिये चलाये जा रहे अभियान को सफल बनायें जाने हेतु प्राप्त निर्देशों के क्रम में पुलिस अधीक्षक अपराध व पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी डोईवाला के निकट पर्यवेक्षण में थाना रायपुर द्वारा लगातार नशा तस्करों के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। उक्त क्रम में थानाध्यक्ष रायपुर को सूचना प्राप्त हुयी कि जनपद देहरादून में चण्डीगढ व अन्य राज्यों से शराब लाकर बेचने वाला एक गिरोह सक्रिय है जो अन्य राज्यों से शराब तस्करी कर देहरादून लाकर उसमें डिफेंस के नाम का स्टीकर का लेवल लगाकर रिटायर्ड आर्मी के जवानों को बेच रहे है। जिसमें रिटायर्ड आर्मी के जवान भी शामिल है, जो आम जनता को डिफेंस की शराब बताकर महंगे दामों में बेच रहे है। थानाध्यक्ष रायपुर को सूचना प्राप्त हुई कि दो व्यक्ति रायपुर क्षेत्र में शराब की खेप पहुंचाने वाले है। इस सूचना पर थानाध्यक्ष रायपुर द्वारा सूचना तन्त्र मजबूत करते हुए तीन पुलिस टीम गठित की गयी। गठित पुलिस टीम द्धारा रायपुर क्षेत्रान्तर्गत आने जाने वाले दो स्थानों पर संदिग्ध वाहनों की चौकिंग शुरू की गयी एवं आने-जाने वाले वाहनों पर सतर्क दृष्टि रखी गयी। पुलिस टीम द्वारा खंलगा पुल के पास वाहन चैकिंग के दौरान स्कूटी सख्या यूके-07-एफए-9382 टीवीएस ज्यूपिटर के चालक नाम प्रवीण कुमार ठाकुर पुत्र ओमप्रकाश निवासी हाल भरतु चौक दौनाली चौक के पास बालावाला थाना रायपुर देहरादून उम्र 43 वर्ष व स्कूटी के पीछे बैठे अश्विनी कुमार उर्फ चिक्कू पुत्र श्रवण कुमार निवासी हाल भरतू चौक दौनाली चौक के पास बालावाला थाना रायपुर देहरादून उम्र 24 वर्ष को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से पांच पेटी (60 बोतल) अंग्रेजी शराब मार्का मैक्डावल्स नं.-01, क्लासिक ब्लेंड व्हिस्की ओरिजिनल बरामद हुई उक्त शराब की बोतलों पर डिफेंस के फर्जी स्टीकर के लेवल लगा होना पाया गया। स्कूटी की डिग्गी से डिफेंस के फर्जी स्टीकर के 32 लेवल बरामद हुए । अभियुक्तगण के विरुद्ध थाना रायपुर में धारा 60/63/72 आबकारी अधिनियम व 420/483 भादवि के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। अभियुक्त गणों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि उनका पांच लोगों का गिरोह है वह लोग चण्डीगढ से अवैध शराब लेकर देहरादून आते है। उन्होंने शराब को रखने के लिये एकता एन्क्लेव पित्थुवाला देहरादून में एक गोदाम बना रखा है जहां उन्होंने शराब रखी हुई है, जिसे वह बरामद करा सकते है, शराब को वह रिटायर्ड आर्मी के व्यक्तियों व पहाडी क्षेत्रों में बेचते है तथा बालावाला क्षेत्र में एक रिटायर्ड आर्मी के जवान को शराब बेचना बताया है। अभियुक्त गणों की निशानदेही पर एकता एन्क्लेव पित्थुवाला गोदाम से विभिन्न ब्रान्ड के 21 पेटियां अग्रेजी शराब बरामद की गयी है। शराब की बोतलों पर डिफेंस के फर्जी स्टीकर के लेवल लगा होना पाया गया। गोदाम से फर्जी डिफेंस के 390 स्टीकर बरामद हुए, जिनके बारे में पूछने पर गिरफ्तार अभियुक्त गणों ने बताया कि वह चण्डीगढ की शराब की बोतलों पर फर्जी स्टीकर का लेवल गोदाम में लगाकर सप्लाई करते है। अभियुक्त गणों द्वारा बालावाला क्षेत्र से रिटायर्ड आर्मी के जवान जितेन्द्र को शराब बेचना बताये जाने पर जितेन्द्र सिह रावत पुत्र श्री गोविन्द सिंह रावत निवासी ओम जनरल स्टोर निकट भरतू पुलिया उम्र 51 वर्ष बालावाला से गिरफ्तार किया गया, जिसके कब्जे से 02 पेटी अंग्रेजी शराब डिफेंस की फर्जी स्टीकर का लेवल लगी हुई बरामद हुई। जिसके विरूद्ध अलग से भी आबकारी अधिनियम में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
आज दोपहर 02:00 बजे पुलिस अधीक्षक अपराध देहरादून ने एसएसपी ऑफिस सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुये बताया की अभियुक्तगणों ने पूछताछ करने पर बताया कि उन्होंने भरतू चौक बालावाला में किराये का मकान ले रखा है। अभियुक्त प्रवीण पहले सीएसडी कैन्टीन आराघर पर काम करता था। जहाँ उसकी मुलाकात एक अन्य व्यक्ति से हुई थी। जो उस समय सीएसडी कैन्टीन आराघर में हेड था। जिसके साथ मिलकर ही उनलोगों ने बाहरी राज्यों से शराब लाकर उसमें डिफेंस का फर्जी स्टीकर का लेवल लगाकर लोगों को बेचने की योजना बनायी थी। उन लोगों का पांच व्यक्तियों का गिरोह है, जिसमें प्रवीण, अश्विनी, पूर्व सीएसडी कैन्टीन हैड व दो अन्य व्यक्ति शामिल है। वह लोग मिलकर चण्डीगढ़, हरियाणा एंव दिल्ली से सस्ती दारु लाकर उत्तराखण्ड में बेचने का काम करते है। सीएसडी कैन्टीन हैड उन्हे डिफेंस का फर्जी स्टीकर उपलब्ध करवाते है। उन्होंने एकता एन्क्लेव पित्थुवाला देहरादून में एक किराये का मकान में गोदाम बना रखा है। जहां वह शराब को बाहरी राज्यों से लाकर रखते है। गोदाम में शराब की बोतलो के ऊपर फर्जी लेबल फोर डेफेन्स पर्सनल ओनली फोर डिफेन्स सर्विसेज ओनली कैन्टीन सर्विसेज का लेबल चिपकाते है। जिसके बाद वह पांचो मिलकर उक्त शराब को रिटायर्ड आर्मी के जवानों व सीएसडी कैन्टीन में शराब लेने आये रिटायर्ड आर्मी के जवानों व पहाडी क्षेत्रों में बेचा करते है। प्रत्येक बोतल पर डिफेंस का फर्जी स्टीकर का लेवल लगा होने के कारण सभी उक्त शराब को डिफेंस की समझते है जिसकी बहुत ज्यादा मांग है। डिफेंस की शराब समझकर कोई शक नही करता है व अच्छी कीमत मिल जाती है। कुछ रिटायर्ड आर्मी के जवान उक्त शराब को डिफेंस की शराब बताकर बेचने का भी काम करते है, देहरादून में कई स्थानों पर हम शराब को पहुंचाते है। बालावाला में हम रिटायर्ड आर्मी के जवान जितेन्द्र सिंह रावत को शराब बेचने के लिये देते है। जहां वह डिफेंस की शराब बताकर हमारी दी गयी शराब को बेचता है।